रोगों से बचाव के लिये शारदा नारायन अस्पताल पर कई विशेषज्ञ देगे जानकारी

बीएचयू के चार वरिष्ट डाक्टरों सहित आयेगे कई जनपद के डाक्टर- डा0 संजय सिंह

फ़ास्ट इण्डिया न्यूज ब्यूरो

मऊ। अत्याधुनिक सुविधाओ से लैस नगर क्षेत्र स्थिति शारदा नारायन वेलफेयर ट्रस्ट के डाइरेक्टर डा0 संजय सिंह की तरफ से रोगों से बचाव के लिये एक मेडिकल कांफ्रेंस का आयोजन 22 अक्टूबर की शाम 7:30 बजे से शुरू होगा।

      इस मेडिकल कांफ्रेंस में आस- पास के कई जनपदो के रोग विशेषज्ञ शामिल होंगे। जो रोगों से बचाव सम्बंधी जानकारी देगे। इस कांफ्रेंस में बीएचयू के चार वरिष्ट डाक्टर (प्रोफेसर) भी शामिल होंगे।
वही डा0 सुजीत सिंह ने बताया कि यह कांफ्रेंस सभी रोगों से बचाव सम्बंधी जानकारियो के लिये आयोजित की जा रही है लेकिन इस कांफ्रेंस में सबसे अहम विंदु एक्सीडेंट के दौरान व्यक्ति की जान कैसे बचाई जा सकती है। इस पर विस्तार से चर्चा की जायेगी। इन्होंने बताया कि जब किसी ब्यक्ति का अचानक कोई रोड एक्सीडेंट हो जाता है , उस परिस्थिति में सबसे पहले घायल ब्यक्ति से बात करना चाहिये और पूछना चाहिये कि आप कैसे है यदि घायल ब्यक्ति जवाब देने में सामर्थ्य है तो समझिये ब्यक्ति अभी गम्भीर स्थिति में नही है लेकिन कभी -कभी भयंकर एक्सीडेंट में घायल ब्यक्ति कुछ भी बोल नही पाता है ऐसे परिस्थिति में जब तक आप घायल को लेकर किसी अच्छे अस्पताल में पहुच न जाय तब अपने हाथो से घायल के सीने पर हल्के हाथो से पम्प करने का प्रयास करना चाहिये क्योकि एक्सीडेंट के दौरान सबसे ज्यादा घायल ब्यक्ति के शरीर के दिमाग पर असर पड़ता है जिसमे दिमाग डेड अवस्था में जाने लगता है और डेड अवस्था में घायल के जाने का प्रमुख कारण आक्सीजन की कमी के कारण होता है क्योकि उस दौरान घायल ब्यक्ति के ब्लड सर्कुलेशन की गति धीमी होने लगती है और ऑक्सीजन हमारे शरीर में होने वाले ब्लड सर्कुलेशन से ही प्रवाहित होता है। जिससे हमारी क्रियाये सामान्य रहती है। घायल ब्यक्ति का इलाज शुरू होने के दौरान जो पहला घण्टा होता है वह सबसे महत्पूर्ण समय होता है इस दौरान यदि इलाज सही ढंग से शुरू होता है तो घायल ब्यक्ति को बहुत जल्दी आराम मिलना शुरू हो जाता है।


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