मुंबई हमले के दोषी याकूब मेमन को फांसी दे दी गई

1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को आज फांसी दे दी गई। सुबह सात बजे नागपुर जेल में याकूब को फांसी पर लटकाया गया। गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से याकूब को फांसी दिए जाने के फैसले पर संशय बना हुआ था। भारत के इतिहास में यह पहली बार है जब आधी रात को सुप्रीम कोर्ट कखोला गया। कुछ सीनियर लॉयर्स द्वारा फांसी पर 14 दिन की रोक लगाने की मांग को लेकर सुबह तीन बजकर 20 मिनट पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई। हालांकि, डेढ़ घंटे की सुनवाई के बाद जज ने याचिका खारिज कर दी।

सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए नागपुर जेल के बाहर धारा 144 लगाई गई है। पूरे शहर में पुलिस के 8,000 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है। सूत्रों के अनुसार, नागपुर जेल में ही याकूब के शव को दफनाया जाएगा।

याकूब की फांसी का मुद्दा भारत सहित इंटरनेशनल मीडिया में भी छाया हुआ है।

रॉयटर्स ने लिखा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा देर रात अपील खारिज करने के बाद 1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट मामले के एक दोषी याकूब मेमन को फांसी दे दी गई। इस घटना में 257 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। रिपोर्ट के अनुसार, मेमन को उसके 53वें जन्मदिन पर मौत की सजा दी गई।

रिपोर्ट में बताया गया कि दशकों से भारत सजा-ए-मौत दिए जाने के खिलाफ रहा है, लेकिन 2012 में भारत ने 'मौत की सजा' बंद करने को लेकर संयुक्त राष्ट्र में प्रस्तुत ड्राफ्ट रिजोल्यूशन के खिलाफ वोटिंग की थी।


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